शनिवार, 16 फ़रवरी 2013

MAHATMA GANDHI'S HIGHEST STATUE IN THE WORLD AT PATNA./ दुनिया में महात्मा गांधी की सबसे ऊंची प्रतिमा पटना में दुनिया में महात्मा गांधी की सबसे ऊंची प्रतिमा पटना में MAHATMA GANDHI'S HIGHEST STATUE IN THE WORLD AT PATNA. महात्मा गांधी की दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा 15 फरवरी 2013 को लगी है, पटना के गांधी मैदान में। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने यहां लोगों को संबोधित किया था। गांधी मैदान में उनकी सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रतिमा का अनावरण करते हुए कहा, इससे लोगों को प्रेरणा मिलेगी। दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा यह होगी। संसद परिसर में लगी महात्मा की योग मुद्रा वाली प्रतिमा अब तक सबसे ऊंची थी। उसकी ऊंचाई 16 फीट है जबकि गांधी मैदान में लगी प्रतिमा की ऊंचाई 40 फीट है और उसका प्लेटफार्म 32 फीट है। नीतीश कुमार ने कहा कि गांधी के विचारों को दुनिया स्वीकार कर रही है। उनकी प्रतिमा लगने से बिहार का भी मान बढ़ेगा। सभी जगहों के लोगों को यह प्रतिमा आकर्षित करेगी। महात्मा गांधी की प्रतिमा आमतौर लाठी ठेकते हुए देखने को मिलती है। पर इस प्रतिमा में एक बच्ची और एक बच्चे को गांधी के साथ दिखाया गया है। प्रतिमा के चारों कोने पर गांधी से जुड़े संदेश अंकित हैं। एक कोने पर चंपारण आंदोलन से जुड़ा संदेश है, दूसरे कोने पर दांडी से जुडा संदेश, तीसरे कोने पर चरखा आंदोलन से जुड़ा उनका संदेश है तो चौथे कोने पर अगस्त क्रांति का संदेश है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिमा के कॉन्सेप्ट पर काफी दिनों से विमर्श चल रहा था। प्रसिद्ध गांधीवादी और प्रतिमा बनाने वाले रामजी सुतार, उनके पुत्र अनिल वी सुतार, गांधी संग्रहालय के प्रमुख रजी अहमद और सर्वोदय आंदोलन के प्रमुख हस्ताक्षर त्रिपुरारी शरण को नीतीश कुमार ने सम्मानित भी किया।


दुनिया में महात्मा गांधी की सबसे ऊंची प्रतिमा पटना में
MAHATMA GANDHI'S HIGHEST STATUE IN THE WORLD AT PATNA.



महात्मा गांधी की दुनिया में सबसे ऊंची प्रतिमा 15 फरवरी 2013 को लगी है, पटना के गांधी मैदान में। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने यहां लोगों को संबोधित किया था। गांधी मैदान में उनकी सबसे ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रतिमा का अनावरण करते हुए कहा, इससे लोगों को प्रेरणा मिलेगी। दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा यह होगी। संसद परिसर में लगी महात्मा की योग मुद्रा वाली प्रतिमा अब तक सबसे ऊंची थी। उसकी ऊंचाई 16 फीट है जबकि गांधी मैदान में लगी प्रतिमा की ऊंचाई 40 फीट है और उसका प्लेटफार्म 32 फीट है। नीतीश कुमार ने कहा कि गांधी के विचारों को दुनिया स्वीकार कर रही है। उनकी प्रतिमा लगने से बिहार का भी मान बढ़ेगा। सभी जगहों के लोगों को यह प्रतिमा आकर्षित करेगी। महात्मा गांधी की प्रतिमा आमतौर लाठी ठेकते हुए देखने को मिलती है। पर इस प्रतिमा में एक बच्ची और एक बच्चे को गांधी के साथ दिखाया गया है। प्रतिमा के चारों कोने पर गांधी से जुड़े संदेश अंकित हैं। एक कोने पर चंपारण आंदोलन से जुड़ा संदेश है, दूसरे कोने पर दांडी से जुडा संदेश, तीसरे कोने पर चरखा आंदोलन से जुड़ा उनका संदेश है तो चौथे कोने पर अगस्त क्रांति का संदेश है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिमा के कॉन्सेप्ट पर काफी दिनों से विमर्श चल रहा था। प्रसिद्ध गांधीवादी और प्रतिमा बनाने वाले रामजी सुतार, उनके पुत्र अनिल वी सुतार, गांधी संग्रहालय के प्रमुख रजी अहमद और सर्वोदय आंदोलन के प्रमुख हस्ताक्षर त्रिपुरारी शरण को नीतीश कुमार ने सम्मानित भी किया।

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