शुक्रवार, 10 जनवरी 2014

रविवार के बाद सोमवार और सोमवार के बाद मंगलवार ही क्यों / WHY MONDAY IS AFTER THE SUNDAY



-शीतांशु कुमार सहाय/ SHEETANSHU KUMAR SAHAY

एक दिवस (दिन-रात) 24 घंटों का होता है। सूर्योदय से अगले सूर्योदय तक की अवधि को दिवस या वार कहते हैं। पृथ्वी से ग्रहों की दूरी के आधार पर क्रम इस प्रकार बनता है- शनि, वृहस्पति, मंगल, सूर्य (रवि), शुक्र, बुध और चन्द्र (सोम)। सबसे दूर शनि और सबसे निकट चन्द्र है। चूँकि यहाँ सप्ताह के सात दिनों की चर्चा करनी है, इसलिए सम्बद्ध मात्र सात ग्रहों को ही लिया है।
एक दिवस में चौबीस होराएँ होती हैं। 24 घण्टों में 24 होराएँ होती हैं। मतलब यह कि एक घण्टे के बराबर एक होरा होती है। घण्टे को ही होरा कहते हैं। प्रत्येक होरे का स्वामी अधःकक्षा क्रम से एक-एक ग्रह होता है। दिवस-गणना के दौरान गणनाकार-मनीषियों की प्रथम दृष्टि ऊपर के ग्रह क्रम के ठीक बीच में स्थित सूर्य पर पड़ी; ताकि पहले के तीन व बाद के तीन ग्रहों की गणना में त्रुटि न रह जाये। अतः गणना सूर्य से ही शुरू हुई। अतः प्रथम होरे का स्वामी सूर्य को माना गया। इस प्रकार ग्रहों का क्रम यों बना-  सूर्य, शुक्र, बुध, चन्द्र और सूर्य के बाद के अन्य तीनों ग्रहों का ऊपर वाला क्रम लिया गया तो सातों का क्रम इस प्रकार बना-  सूर्य, शुक्र, बुध, चन्द्र, शनि, वृहस्पति और मंगल।
रविवार को अन्तिम 24वीं होरे का स्वामी बुध है और उसके बाद के होरे का स्वामी चन्द्र है, अतः वह दिन सोमवार होगा। इसी तरह सोमवार के अन्तिम चौबीसवीं होरे का स्वामी वृहस्पति है और उसके बाद के होरे का स्वामी मंगल है, अतः वह दिन मंगलवार होगा।

रविवार की होराएँ--
01. सूर्य-- रविवार
02. शुक्र
03. बुध
04. चन्द्र
05. शनि
06. वृहस्पति
07. मंगल
08. सूर्य
09. शुक्र
10. बुध
11. चन्द्र
12. शनि
13. वृहस्पति
14. मंगल
15. सूर्य
16. शुक्र
17. बुध
18. चन्द्र
19. शनि
20. वृहस्पति
21. मंगल
22. सूर्य
23. शुक्र
24. बुध

सोमवार की होराएँ--
01. चन्द्र-- सोमवार
02. शनि
03. वृहस्पति
04. मंगल
05. सूर्य
06. शुक्र
07. बुध
08. चन्द्र
09. शनि
10. वृहस्पति
11. मंगल
12. सूर्य
13. शुक्र
14. बुध
15. चन्द्र
16. शनि
17. वृहस्पति
18. मंगल
19. सूर्य
20. शुक्र
21. बुध
22. चन्द्र
23. शनि
24. वृहस्पति

मंगलवार की होराएँ--
01. मंगल-- मंगलवार
02. सूर्य
03. शुक्र
04. बुध
05. चन्द्र
06. शनि
07. वृहस्पति
08. मंगल
09. सूर्य
10. शुक्र
11. बुध
12. चन्द्र
13. शनि
14. वृहस्पति
15. मंगल
16. सूर्य
17. शुक्र
18. बुध
19. चन्द्र
20. शनि
21. वृहस्पति
22. मंगल
23. सूर्य
24. शुक्र

बुधवार की होराएँ--
01. बुध-- बुधवार
02. चन्द्र
03. शनि
04. वृहस्पति
05. मंगल
06. सूर्य
07. शुक्र
08. बुध
09. चन्द्र
10. शनि
11. वृहस्पति
12. मंगल
13. सूर्य
14. शुक्र
15. बुध
16. चन्द
17. शनि
18. वृहस्पति
19. मंगल
20. सूर्य
21. शुक्र
22. बुध
23. चन्द्र
24. शनि

वृहस्पतिवार की होराएँ--
01. वृहस्पति-- वृहस्पतिवार
02. मंगल
03. सूर्य
04. शुक्र
05. बुध
06. चन्द्र
07. शनि
08. वृहस्पति
09. मंगल
10. सूर्य
11. शुक्र
12. बुध
13. चन्द्र
14. शनि
15. वृहस्पति
16. मंगल
17. सूर्य
18. शुक्र
19. बुध
20. चन्द्र
21. शनि
22. वृहस्पति
23. मंगल
24. सूर्य

शुक्रवार की होराएँ--
01. शुक्र-- शुक्रवार
02. बुध
03. चन्द्र
04. शनि
05. वृहस्पति
06. मंगल
07. सूर्य
08. शुक्र
09. बुध
10. चन्द्र
11. शनि
12. वृहस्पति
13. मंगल
14. सूर्य
15. शुक्र
16. बुध
17. चन्द्र
18. शनि
19. वृहस्पति
20. मंगल
21. सूर्य
22. शुक्र
23. बुध
24. चन्द्र

शनिवार की होराएँ--
01. शनि-- शनिवार
02. वृहस्पति
03. मंगल
04. सूर्य
05. शुक्र
06. बुध
07. चन्द्र
08. शनि
09. वृहस्पति
10. मंगल
11. सूर्य
12. शुक्र
13. बुध
14. चन्द्र
15. शनि
16. वृहस्पति
17. मंगल
18. सूर्य
19. शुक्र
20. बुध
21. चन्द्र
22. शनि
23. वृहस्पति
24. मंगल
01. सूर्य-- पुनः रविवार

    सप्ताह के सात दिनों का यह क्रम भारत के ऋषियों ने हजारों वर्षों पहले दिया। तब की गणना आज की तरह संगणक (कम्प्यूटर) या सूत्रगणक (कैलकुलेटर) पर आधारित नहीं थी। वह गणना वैदिक गणित पर आधारित थी।
    भारत की यही प्राचीन दिवस गणना प्रणाली को आज विश्व के सभी देश मानते हैं। पूरे विश्व में यही पद्धति मान्य व प्रचलित है।
    अब तो आप जान गये कि रविवार के बाद सोमवार व सोमवार के बाद मंगलवार ही क्यों होता है। ...तो इस जानकारी का शुल्क मुझे दीजिये। शुल्क यही है कि आप भी इसे अपने मित्रों और सम्बन्धियों को बताइये। ज्ञान को जितना प्रसारित करेंगे, मेरे हिसाब से उतना ही अच्छा है। ज्ञान को अपने तक रोकना पाप है, यह देशद्रोह भी है; क्योंकि ज्ञान को रोकने से देश का विकास रूकता है।