-शीतांशु कुमार सहाय
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बुधवार, 30 मार्च 2022
नववर्ष २०७९ विक्रम सम्वत् का आरम्भ २ अप्रैल को New Vikram Samvat 2079 From April 2, 2022
शुक्रवार, 11 मार्च 2022
उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में किसे मिली कितनी सीट Final Voting Results From Utter Pradesh, Uttarakhand, Punjab, Goa & Manipur
यहाँ जानिये कि विभिन्न चरणों में गत दिनों पाँच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में हुए विधानसभा आम निर्वाचन के परिणाम में किन राजनीतिक दलों को कितने निर्वाचन क्षेत्रों में जीत मिली--
उत्तर प्रदेश
१) भारतीय जनता पार्टी : भाजपा को कुल २७४ क्षेत्रों में जीत मिली और पिछली बार (२०१७) से ४८ सीट कम हो गयी।
२) समाजवादी पार्टी गठबन्धन : पिछली बार से ७२ सीट अधिक मिली और कुल १२४ क्षेत्रों में विजय मिली।
३) काँग्रेस : केवल २ क्षेत्रों की जनता ने काँग्रेस में आस्था दिखायी। वर्ष २०१७ की अपेक्षा ५ सीट का नुकसान हुआ है।
४) बहुजन समाज पार्टी : २०१७ की अपेक्षा १८ सीट कम हो गयी और एकमात्र सीट पर जीत मिली।
उत्तराखण्ड :
१) भारतीय जनता पार्टी : वर्ष २०१७ में हुए विधानसभा आम निर्वाचन की अपेक्षा ९ क्षेत्रों की कमी हुई। ४८ सीट पर जीत मिली।
२) काँग्रेस : पिछली बार से ७ सीट बढ़ गयी। कुल १८ क्षेत्रों में जीत मिली।
३) बहुजन समाज पार्टी : पहली बार खाता खुला और २ क्षेत्रों में जीत मिली।
पंजाब :
१) आम आदमी पार्टी : २०१७ में हुए पिछले विधानसभा आम निर्वाचन से इस बार ७२ सीट अधिक मिले। आप को कुल ९२ क्षेत्रों में जीत मिली।
२) काँग्रेस : कुल १८ क्षेत्रों में जीत मिली और पिछली बार से ५९ सीट कम हो गयी।
३) शिरोमणि अकाली दल : केवल ४ नेता विधानसभा के लिए चुने गये। पिछली बार से ११ विधायक कम हो गये।
४) भारतीय जनता पार्टी : वर्ष २०१७ की अपेक्षा एक सीट का नुकसान हुआ है और मात्र २ क्षेत्रों में जीत मिली है।
गोवा :
१) भारतीय जनता पार्टी : पिछले विधानसभा आम निर्वाचन के परिणाम से ७ सीट का मुनाफा हुआ। २० क्षेत्रों में जीत मिली।
२) काँग्रेस : पिछली बार से नौ सीट कम हो गयी और ११ प्रत्याशी जीते।
३) आम आदमी पार्टी : पार्टी का खाता खुला और २ क्षेत्रों में जीत मिली।
४) एमजीपी : एक सीट का नुकसान हुआ है और मात्र दो सीट पर जीत मिली।
मणिपुर :
१) भारतीय जनता पार्टी : वर्ष २०१७ के विधानसभा आम निर्वाचन के परिणाम से इस बार ११ अधिक सीट पर जीत मिली। कुल ३२ क्षेत्रों में जीत मिली।
२) एनपीपी : इस दल को पिछले विधानसभा आम निर्वाचन के परिणाम से ४ सीट अधिक मिले और कुल ७ प्रत्याशी जीते।
३) जनता दल यूनाइटेड : राज्य में इस दल का खाता खुला और ६ क्षेत्रों में जीत मिली।
४) काँग्रेस : पिछली बार से २३ सीट कम हो गयी और केवल ५ क्षेत्रों में जीत मिली।
गुरुवार, 10 मार्च 2022
दुबारा मुख्यमंत्री बन कई कीर्तिमान बनायेंगे योगी आदित्यनाथ Yogi Adityanath Will Make Many Records By Becoming The Chief Minister Again In Utter Pradesh
अपने कार्यालय में योगी आदित्यनाथ
-शीतांशु कुमार सहाय
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने रही है। मुख्यमंत्री फिर से भाजपा के दिग्गज नेता योगी आदित्यनाथ बनेंगे और कई मिथकों को तोड़ेंगे।
नोएडा का मिथक तोड़ेंगे
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक मिथक हमेशा से चर्चा में रहा है कि जो भी मुख्यमंत्री अपने कार्यकाल के दौरान नोएडा जाता है, उस की कुर्सी अगले चुनाव में चली जाती है। नोएडा से जुड़े इस अंधविश्वास का खौफ नेताओं में इतना अधिक रहा है कि अखिलेश यादव बतौर मुख्यमंत्री एक बार भी नोएडा नहीं गये। उन से पहले उन के पिता मुलायम सिंह यादव, नारायण दत्त तिवारी, कल्याण सिंह और राजनाथ सिंह जैसे नेताओं ने भी नोएडा से दूरी बनाये रखी।
वर्ष २००७ से २०१२ के बीच मायावती ने इस मिथक को तोड़ने के लिए दो बार नोएडा गईं। परिणाम यह हुआ कि वर्ष २०१२ में उन की सरकार गिर जाने के बाद नोएडा का ये मिथक फिर चर्चा में आ गया।
वर्ष २०१७ में पहली बार मुख्यमंत्री बनकर भाजपा के योगी आदित्यनाथ अपने कार्यकाल के दौरान कई बार नोएडा गये। इस के बावजूद उन पर नोएडा वाले अन्धविश्वास का असर नहीं हुआ और वह उत्तर प्रदेश के लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। मतलब यह कि अब नोएडा वाला मिथक भी टूट गया है।
लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनेंगे योगी
आज़ादी के बाद से उत्तर प्रदेश में अब तक कोई भी मुख्यमंत्री पाँच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद अगले चुनावी नतीजों के उपरान्त मुख्यमंत्री नहीं बन पाया। लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री बनकर योगी आदित्यनाथ यह कीर्तिमान भी अपने नाम कर लेंगे।
अविवाहित मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के पहले अविवाहित मुख्यमंत्री हैं, जो लगातार दुबारा मुख्यमंत्री के पद पर बैठेंगे। प्रदेश में विधि-व्यवस्था ठीक करने और विकास के नये कीर्तिमान बनाने के कारण ही जनता ने सत्ता की बागडोर उन्हें सौंपी।
प्रथम संन्यासी मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ से पहले भारत के किसी भी राज्य में मुख्यमंत्री के पद पर कोई संन्यासी नहीं बैठा था। यह कीर्तिमान भी योगी के नाम है।
मंगलवार, 1 मार्च 2022
महाशिवरात्रि व्रत कथा Mahashivratri Vrat Katha
महाशिवरात्रि व्रत अत्यन्त महत्त्वपूर्ण व्रत है। इस व्रत के रहस्य को स्वयं भगवान शिव ने माता पार्वती के सम्मुख व्यक्त किया था।
नीचे के लिंक पर क्लिक कीजिये और सुनिये कल्याणकारी महाशिवरात्रि व्रत कथा...