स्वच्छ प्रशासन संचालन में जनता के सुझावों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार 26 जुलाई 2014 को नयी दिल्ली में mygov.nic.in नामक एक वेबपोर्टल की शुरुआत की। इस जन-केंद्रित मंच का उद्घाटन नई सरकार के 60 दिन पूरे होने के मौके पर किया गया। एक आधिकारिक बयान में कहा गया प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 60 दिनों में उनकी सरकार का अनभुव यह रहा कि कई लोग राष्ट्र-निर्माण में योगदान करना चाहते हैं और समय एवं ऊर्जा लगाना चाहते हैं। बयान के मुताबिक मोदी ने कहा कि mygov (mygov.nic.in) एक प्रौद्योगिकी आधारित माध्यम है जो नागरिकों को अच्छे कामकाज में योगदान करने का मौका प्रदान करेगा। प्रधानमंत्री ने कहा यह मंच लोगों और सरकार के बीच दूरी पाटेगा। लोकतंत्र सरकार में लोगों की भागीदारी के बगैर सफल नहीं हो सकता और यह भागीदारी सिर्फ चुनाव तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। मोदी के अलावा संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद, मंत्रिमंडल सचिव अजित सेठ, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग (डेइटी) सचिव आरएस शर्मा भी इस पोर्टल की शुरुआत के वक्त मौजूद थे। डेइटी का नैशनल इन्फार्मेशन सेंटर (एनआईसी) इस मंच का कार्यान्वयन और प्रबंधन करेगा। शर्मा ने इस वेबसाइट को पेश करने के बाद कहा कि मायगव नामक पोर्टल पर कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है जिन पर लोग सरकार के साथ अपने विचार साक्षा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल ज्ञान पुस्तकालय बनाने की भी पहल की जा रही है। हम लोगों से राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर उनकी राय और सुझाव मांगेंगे। इस संबंध में जल्द ही हम जानकारी देंगे। शर्मा ने कहा कि यह पोर्टल नागरिकों को चर्चा करने और काम करने दोनों का मौका मिलेगा। किसी भी व्यक्ति के विचार पर भी मंच में चर्चा की जा सकेगी। इसमें सकारात्मक टिप्पणी और विचारों का आदान-प्रदान भी किया जा सकेगा।
फिलहाल छः विषयों पर सुझाव---
फिलहाल पोर्टल प्लेटफार्म पर 6 समूह हैं जिनपर लोग अपने विचार और सुझाव दे रहे हैं। इनमें- स्वच्छ गंगा, बालिका शिक्षा, स्वच्छ भारत, कुशल भारत, डिजिटल भारत और रोजगार सृजन। शर्मा ने कहा कि नागरिक विभिन्न तरह की जिम्मेदारियों में स्वेच्छा से जुड़ने की भी पेशकश कर सकते हैं और अपनी प्रविष्टियां दे सकते हैं। इन कामों की समीक्षा अन्य सदस्य और विशेषज्ञ करेंगे। मंजूरी मिलने पर ये जिम्मेदारियां मायगव के लोग और अन्य साझा कर सकते हैं जो इसे पूरा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि हर समूह में ऑनलाइन और जमीनी जिम्मेदारियों का ढांचा है जो लोग स्वयं कर सकते हैं। हर समूह का लक्ष्य है कि लोगों की भागीदारी के जरिए मात्रात्मक बदलाव लाना। शर्मा ने कहा हम तीन महीने में मायगव पर होने वाले काम की समीक्षा करेंगे और आने वाले दिनों में समूह, जिम्मेदारियां और चर्चा विषयों में इजाफा होगा। इस मंच का उपयोग व्यापक जानकारी भंडार के तौर पर किया जा सकेगा। पोर्टल सरकारी परियोजनाओं के लिए सार्वजनिक आकलन मंच के तौर पर काम कर सकता है, मसलन लोग पूरी हुई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की स्थिति या सामाजिक क्षेत्र के विभिन्न कार्यक्रमों की उपलब्धता पर टिप्पणी दे सकते हैं।
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