-शीतांशु कुमार सहाय
भारत हमारा देश है,
हम सब इसके हैं फूल-से।
अगर देश हमारा हो चमन,
हो केवल इसमें अमन।।
बँटने न देंगे हम इसे,
टूटने न देंगे हम इसे।
सींचेंगे इसको खून से,
त्याग से, बलिदान से।।
भारत हमारा देश है,
हम सब इसके हैं फूल-से।
अगर देश हमारा हो चमन,
हो केवल इसमें अमन।।
गुजरात से असम तक,
कश्मीर से इन्दिरा बिन्दु तक।
यह धरा हमारी अपनी है,
इसके हर लोग अपने हैं।।
भारत हमारा देश है,
हम सब इसके हैं फूल-से।
अगर देश हमारा हो चमन,
हो केवल इसमें अमन।।
भूलो न हिन्दी भाषा को,
देश की अपनी आशा को।
संविधान हमारा एक है,
हम सब मिलजुलकर एक हैं।।
भारत हमारा देश है,
हम सब इसके हैं फूल-से।
अगर देश हमारा हो चमन,
हो केवल इसमें अमन।।
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