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शनिवार, 28 मार्च 2020

शीतांशु टीवी के आग्रह का असर, ईएमआई देनदारी 3 माह टली Impact of Sheetanshu TV's Request, EMI Liability Postponed 3 Months


         शीतांशु टीवी ने अपने अधिकृत ट्विटर हैण्डल से लगातार तीन ट्विट किया। इस में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारामन को कोट कर कम आय वर्ग के लोग की तरफ ध्यान आकृष्ट कराया गया था। 23 मार्च 2020 को ये ट्विट किये गये। इस में ईएमआई को 3 माह स्थगित करने का आग्रह किया गया था। 27 मार्च 2020 को भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने ऐसी ही घोषणा कर करोड़ों देशवासियों को राहत दी।
         ट्विट में सरकार से आग्रह करते हुए कहा गया था कि दैनिक कामगार और असंगठित क्षेत्र के कार्मिकों को कोविड-19 महामारी के खतरे से बचाने के लिए देशव्यापी किये गये 21 दिन के लॉकडाउन के कारण रोज़गार और आमदनी में गिरावट आयी। ऐसे लोग सीमित आमदनी के कारण आवश्यकता की महंगी वस्तुओं को किस्त पर खरीदते हैं। ये किस्त देने की स्थिति में नहीं हैं, अतः ईएमआई को तीन महीने आगे बढ़ा दिया जाय। जनहित में शीतांशु टीवी के ये ट्विट बड़े लाभकारी साबित हुए।
  
        भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रेपो दर, रिवर्स रेपो दर और नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) में कटौती की घोषणा शुक्रवार, 27 मार्च 2020 को की। उन्होंने ऋणधारको के लिए भी राहत का ऐलान किया है। रिजर्व बैंक के गवर्नर ने कहा कि वित्तीय बाजार की स्थिरता और आर्थिक वृद्धि संभालने के लिए परंपरागत या लीक से हट कर, सभी प्रकार के विकल्प विकल्प खुले हैं।
नोवेल कोरोना विषाणु के संक्रमण को देखते हुए देशभर में लॉकडाउन की गयी है। इस कारण अर्थव्यवस्था को भारी आघात पहुँचा है। अर्थव्यवस्था को और अधिक हानि न हो, इस के लिए वित्त मंत्रालय के बाद अब भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बड़े कदम उठाये हैं। 
भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास
         रिजर्व बैंक ने रेपो दर में 0.75 प्रतिशत की कटौती की। कटौती के बाद रेपो दर 4.4 प्रतिशत पर आ गयी। इस से आनेवाले दिनों में ऋण सस्ता मिलेगा। आरबीआई ने कर्ज देने वाले सभी वित्तीय संस्थानों को सावधिक कर्ज की किस्तों की वसूली पर तीन महीने तक रोक की सलाह दी। गवर्नर ने कहा, कार्यशील पूंजी पर ब्याज भुगतान को टाले जाने को चूक नहीं माना जायेगा, इस से कर्जदार की रेटिंग (क्रेडिट हिस्ट्री) पर असर नहीं पड़ेगा।
         आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि रिवर्स रेपो दर में 0.90 प्रतिशत की कमी की गई है। इसी तरह सीआरआर में एक प्रतिशत की कटौती हुई। अब सीआरआर 3 प्रतिशत पर आ गया है। गवर्नर ने कहा, रेपो दर में कमी से कोरोना वायरस महामारी के आर्थिक प्रभाव से निपटने में मदद मिलेगी। सीआरआर में कटौती, रेपो दर आधारित नीलामी समेत अन्य कदम से बैंकों के पास कर्ज देने के लिए अतिरिक्त 3.74 लाख करोड़ रुपये के बराबर अतिरिक्त नकद धन उपलब्ध होगा। 


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