-शीतांशु कुमार सहाय
आज शनिवार 16 नवम्बर 2013 को महान क्रिकेट खिलाड़ी सचिन रमेश तेंदुलकर ने वानखेड़े स्टेडियम पर अपना 200वां टेस्ट खेलकर क्रिकेट से संन्यास लिया है। क्रिकेट से संन्यास के बाद भारत सरकार ने नियमों में बदलाव कर सचिन को भारत रत्न से नवाजने का फैसला किया है। भारत सरकार के इस फैसले पर ख़ुशी कि लहर दौड़ गई। देश का सबसे बड़ा सम्मान भारत रत्न पाने वाले सचिन देश के पहले खिलाड़ी हैं। 24 साल के दौरान क्रिकेट में तेंदुलकर की महान उपलब्धियों के लिए भारत रत्न दिए जाने की घोषणा सरकार ने की है। प्रधानमंत्री कार्यालय से इस आशय के जारी आदेश के मुताबिक, सचिन तेंदुलकर के साथ मशहूर वैज्ञानिक प्रो. सीएनआर राव को भारत रत्न दिया जाएगा। 26 जनवरी 2014 को सचिन व प्रो.राव को ये सम्मान मिलेगा। सचिन ने भारत रत्न अपनी मां को समर्पित किया है। पिछले कई सालों से सचिन के लिए देश के सबसे बड़े सम्मान देने की मांग चल रही थी लेकिन सरकार इस पर फैसला नहीं ले पा रही थी। पिछले कुछ दिनों से सचिन की दीवानगी देखते ही बन रही थी। इसी का सम्मान करते हुए सरकार ने ये ऐलान किया! सचिन ने भारत के खेल दूत के रूप में दुनिया में भारतीय अस्मिता को ऊँचा उठाया।
मशहूर गायिका लता मंगेशकर से भारत रत्न वापसी की मांग करने वाली काँग्रेस क्या कभी सचिन तेन्दुलकर से भी भारत रत्न देने के बाद वापस लेने की माँग रखेगी?
1400 रिसर्च पेपर और 45 किताबें---
प्रो.सीएनआर राव एक मशहूर वैज्ञानिक हैं और उनकी पहचान ठोस पदार्थ और पदार्थ रसायन में एक विशेषज्ञ के रूप में है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रो. राव के 1400 रिसर्च पेपर और 45 किताबें प्रकाशित हो चुकी हैं।
हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को भी भारत रत्न देने कि मांग---
भाजपा ने सचिन को भारत रत्न देने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया और हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को भी भारत रत्न देने कि मांग की।
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