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बुधवार, 5 मार्च 2014

सबसे बड़ा चुनाव : 9 चरणों में लोकसभा चुनाव, 16 को मतगणना / Loksabha Election-2014 in 9 Steps


बुधवार  5 मार्च 2014 को मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त संपत कुमार ने लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया।
प्रत्याशी को नकारने का अधिकार---
वर्ष 2014 का लोकसभा निर्वाचन में पहली बार मतदाताओं को अपनी अनिच्छा प्रकट करने का अवसर मिला है। इस बार के मतदान में जब मतदाता को लगेगा कि उनके क्षेत्र से खड़े सभी प्रत्याशी उनके मनोनुकुल नहीं हैं या यदि सभी प्रत्याशी उनकी नजर में भ्रष्ट हों तो वह ‘नोटा’ (एनओटीए) बटन दबा सकते हैं। नोटा (एनओटीए) का मतलब है- नॉन ऑफ द एबव अर्थात् ‘ऊपर्युक्त में से कोई नहीं’। यों मतदाताओं को मतदान के दौरान प्रत्याशी को नकारने का अधिकार मिल गया है। देखना है कि इस बार नोटा की चपेट में आकर कितने प्रत्याशी पराजित होते हैं। 
72 दिनों का आचार संहिता---
तारीखों के ऐलान के साथ ही आने वाले 72 दिनों के लिए देशभर में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है, यानी सरकार अब कोई नया बिल पेश नहीं कर पाएगी। चुनाव आयोग पहले ही साफ कर चुका है कि लोकपाल की नियुक्ति की प्रक्रिया को आचार संहिता से बाहर रखा जाएगा; क्योंकि बिल को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। लोकसभा चुनाव 9 चरणों में होगा। चुनाव आयोग ने 58 पन्‍नों का कार्यक्रम छपवाया है। मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त संपत कुमार ने बताया कि इम्तिहान और मौसम को ध्‍यान में रखकर चुनाव की तारीखें तय की गई हैं। लोकसभा चुनावों के साथ ही आंध्र प्रदेश, उड़ीसा और सिक्किम विधानसभा के चुनाव भी होंगे। मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ने इस बात पर जोर दिया कि यह नौ चरणों में संपन्‍न होने वाला चुनाव नहीं है, बल्कि नौ तारीखों में संपन्‍न होगा और पूरी प्रक्रिया 72 दिन में ही पूरी हो जाएगी, पिछले चुनाव की तुलना में तीन दिन कम में ही। मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ने बताया कि कई लोगों के नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं। उनके लिए एक और मौका है। 9 मार्च (रविवार) को सभी मतदान केंद्रों पर मतदाता सूची में नाम जुड़वाने के लिए लोग बूथ लेवल के अफसर के पास फॉर्म जमा करा सकते हैं।
युवा मतदाता---
28 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों में दादर एवं नगर हवेली में सबसे ज्यादा युवा मतदाता (9.88 प्रतिशत) हैं, इसके बाद सबसे अधिक युवा मतदाता झारखंड (9.03 प्रतिशत) में हैं। अंडमान निकोबार द्वीप समूह में ऐसे मतदाताओं (1.1 प्रतिशत) की संख्या सबसे कम है। संख्या के मामले में उत्तर प्रदेश में 18-19 साल के बीच के मतदाताओं की संख्या सर्वाधिक 38.1 लाख है और इसके बाद पश्चिम बंगाल का नंबर आता है जहाँ यह संख्या लगभग 20.8 लाख है। 6 राज्यों, राजस्थान (25 सीट), छत्तीसगढ़ (11), मध्य प्रदेश (29), पश्चिम बंगाल (42), उत्तर प्रदेश (80) और असम (14) की 201 लोकसभा सीटों पर 18 से 19 वर्ष की आयु वाले मतदाताओं की संख्या राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है।
महिला मतदाता--- 
देश के कुल मतदाताओं में पुरुष मतदाता 52.4 प्रतिशत और महिला मतदाताओं की संख्‍या 47.6 प्रतिशत है। 28 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों में से 21 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में महिला मतदाताओं का अनुपात 47.6 प्रतिशत के राष्ट्रीय अनुपात से अधिक है। आठ राज्य/केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जहाँ महिला मतदाताओं की संख्या पुरुष मतदाताओं से अधिक है। पुडुचेरी में महिला मतदाताओं का अनुपात 52.01 प्रतिशत है जो देश में सबसे अधिक है। इसके बाद केरल में महिला मतदाताओं का अनुपात 51.90 प्रतिशत है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में महिला मतदाताओं का अनुपात सबसे कम 44.57 प्रतिशत है। इसके बाद उत्तर प्रदेश है जहाँ महिला मतदाताओं का अनुपात 45.20 प्रतिशत है।
मतदान की 9 तारीखें---
7 अप्रैल 2014- 2 राज्‍यों के 6 संसदीय क्षेत्रों में
9 अप्रैल 2014- 5 राज्‍यों के 7 संसदीय क्षेत्रों में
10 अप्रैल 2014- 14 राज्‍यों के 92 क्षेत्रों में
12 अप्रैल 2014- तीन राज्‍यों के पांच क्षेत्रों में
17 अप्रैल 2014- 13 राज्‍यों के 122 क्षेत्रों में
24 अप्रैल 2014- 12  राज्‍यों के 117 क्षेत्रों में
30 अप्रैल 2014- 9  राज्‍यों के 89 क्षेत्रों में
7 मई 2014- 7 राज्‍यों के 64 क्षेत्रों में
12 मई 2014- 3 राज्‍यों के 41 संसदीय क्षेत्रों में
पेड न्‍यूज---
मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त वीएस संपत ने कहा कि कानून में 'पेड न्‍यूज' को अपराध मानने को लेकर कोई स्‍पष्‍ट प्रावधान नहीं है। हमने सरकार से अनुरोध किया है कि 'पेड न्‍यूज' को जुर्म घोषित किया जाए। 
ओपीनियन पोल---
मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ने कहा कि हमारे पास उपलब्‍ध ताकत का इस्‍तेमाल करने में हमें कोई हिचक नहीं होती। पर, जो अधिकार हमारे पास हैं ही नहीं, उनका इस्‍तेमाल हम कैसे कर सकते हैं। ओपीनियन पोल का मसला वैधानिक (लेजिस्‍लेटिव) अधिकार के तहत आता है।
नक्‍सल प्रभावित प्रदेश---
चुनाव आयुक्‍त एचएस ब्रह्मा ने कहा कि नक्‍सल प्रभावित सभी क्षेत्रों में एक ही दिन चुनाव कराने का फैसला लिया गया है।
कुल मतदान केंद्र---
9,30,000 मतदान केंद्र, पिछली बार से 12 प्रतिशत ज्‍यादा।
कुल मतदाता---
कुल मतदाता 81.4 करोड़, पिछले चुनाव की तुलना में दस करोड़ ज्‍यादा

होगा पहली बार---
- 2014 के लोकसभा चुनाव में करीब 81 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
- पहली बार चुनाव कार्यक्रम नौ चरणों में संपन्‍न होगा। पिछली बार लोकसभा चुनाव पांच चरण में हुए थे। 
- पहली बार 9,30,000 मतदान केंद्र बनेंगे।
- लोकसभा चुनाव में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग के साथ इलेक्ट्रॉनिक ट्रेल का भी कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में इस्तेमाल होगा। यानी वोटिंग के बाद एक पर्ची निकलेगी जो बताएगी कि वोट डल पाया है या नहीं। 
- यह पहला मौका होगा जब आम चुनाव में नोटा (नन ऑफ द अबव) के विकल्प का मतदाता इस्तेमाल कर पाएंगे। दिसंबर में पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में इसे पहली बार लागू किया गया था।
- हर लोकसभा सीट पर करीब 1.79 लाख नए मतदाता वोट डालेंगे। चुनाव आयोग के ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश के करीब 81.4 करोड़ मतदाताओं में 2.31 करोड़ मतदाताओं की उम्र 18 से 19 साल के बीच है, जो देश के कुल मतदाताओं का 2.8 प्रतिशत है।

राज्‍यवार चुनाव की तारीखें---
आंध्र प्रदेश :
17 सीटों पर 30 अप्रैल और 25 सीटों पर 7 मई।
अरुणाचल प्रदेश :
सभी 2 सीटों पर 9 अप्रैल।
असम :
]5 सीटों पर 7 अप्रैल, 3 सीटों पर 12 अप्रैल और 6 सीटों पर 27 अप्रैल।
बिहार :
6 सीटों पर 10 अप्रैल, 7 सीटों पर 17 अप्रैल, 7 सीटों पर 24 अप्रैल, 7 सीटों पर 30 अप्रैल, 7 सीटों पर 7 मई और 6 सीटों पर 12 मई।
छत्‍तीसगढ़ :
1 सीट पर 10 अप्रैल, 3 सीटों पर 17 अप्रैल और 7 सीटों पर 24 अप्रैल।
गोवा :
सभी 2 सीटों पर 17 अप्रैल।
गुजरात :
सभी 26 सीटों पर 30 अप्रैल।

हरियाणा :
सभी 10 सीटों पर 10 अप्रैल।
हिमाचल प्रदेश :
सभी 4 सीटों पर 7 मई।
जम्‍मू-कश्‍मीर :
1 सीट पर 10 अप्रैल, 1 सीट पर 17 अप्रैल, 1 सीट पर 24 अप्रैल, 1 सीट पर 30 अप्रैल और 2 सीटों पर 7 मई। 
झारखंड :
5 सीटों पर 10 अप्रैल, 5 सीटों पर 17 अप्रैल और 4 सीटों पर 24 अप्रैल।
कर्नाटक :
सभी 28 सीटों पर 17 अप्रैल।
केरल :
सभी 20 सीटों पर 10 अप्रैल।
मध्‍य प्रदेश :
9 सीटों पर 10 अप्रैल, 10 सीटों पर 17 अप्रैल और 10 सीटों पर 24 अप्रैल।
महाराष्‍ट्र :
10 सीटों पर 10 अप्रैल, 19 सीटों पर 17 अप्रैल और 19 सीटों पर 24 अप्रैल।
मणिपुर :
1 सीट पर 9 अप्रैल और 1 सीट पर 17 अप्रैल।
मेघालय :
सभी 2 सीटों पर 9 अप्रैल।
मिजोरम :
1 मात्र सीट पर 9 अप्रैल।
नागालैंड :
1 मात्र सीट पर 9 अप्रैल।
ओडिशा :
10 सीटों पर 10 अप्रैल और 11 सीटों पर 17 अप्रैल।
पंजाब :
सभी 13 सीटों पर 30 अप्रैल।
राजस्‍थान :
20 सीटों पर 17 अप्रैल और 5 सीटों पर 27 अप्रैल।
सिक्किम :
1 मात्र सीट पर 12 अप्रैल।
तमिलनाडु :
सभी 39 सीटों पर 24 अप्रैल।
त्रिपुरा :
1 सीट पर 7 अप्रैल और 1 सीट पर 12 अप्रैल।
उत्‍तर प्रदेश :
10 सीटों पर 10 अप्रैल, 11 सीटों पर 17 अप्रैल, 12 सीटों पर 24 अप्रैल, 14 सीटों पर 30 अप्रैल, 15 सीटों पर 7 मई और 18 सीटों पर 12 मई।
उत्‍तराखंड :
सभी 5 सीटों पर 7 मई।
पश्चिम बंगाल :
4 सीटों पर 17 अप्रैल, 6 सीटों पर 24 अप्रैल, 9 सीटों पर 30 अप्रैल, 6 सीटों पर 7 मई और 17 सीटों पर 12 मई।
अंडमान और निकोबार :
1 मात्र सीट पर 10 अप्रैल।
चंडीगढ़ :
1 मात्र सीट पर 10 अप्रैल।
दादर और नागर हवेली :
1 मात्र सीट पर 30 अप्रैल।
दमन और दीव :
1 मात्र सीट पर 30 अप्रैल।
लक्षद्वीप :
1 मात्र सीट पर 10 अप्रैल।
दिल्‍ली :
सभी 7 सीटों पर 10 अप्रैल।
पुडुचेरी :
1 मात्र सीट पर 24 अप्रैल।

खास सीटों पर चुनाव---
रायबरेली--- 30 अप्रैल
अमेठी--- 7 मई
पटना--- 17 अप्रैल
मुंबई की सभी सीटें, भिवंडी, ठाणे, नासिक--- 24 अप्रैल
जयपुर, अजमेर, बीकानेर, बाड़मेर, चुरू, सीकर--- 17 अप्रैल
भोपाल, ग्‍वालियर, राजगढ़--- 17 अप्रैल
कोलकाता--- 12 मई
लखनऊ, कानपुर--- 30 अप्रैल
इलाहाबाद--- 7 मई
वाराणसी--- 12 मई
अहमदाबाद, गांधीनगर--- 30 अप्रैल
गाजियाबाद, नोएडा--- 10 अप्रैल
गोरखपुर--- 12 मई
मैनपुरी--- 24 अप्रैल
नागपुर--- 10 अप्रैल
मतगणना---
16 मई - सभी सीटों के लिए मतगणना। मौजूदा 15वीं लोकसभा का कार्यकाल एक जून को खत्म होगा। लिहाजा 31 मई तक नई लोकसभा का गठन करना जरूरी है।

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