यह शब्दों का अमृत है...यहाँ उपलब्ध जानकारी को सोशल मीडिया के माध्यम से अपने मित्रों और रिश्तदारों को शेयर करें। You Tube पर शीतांशु टीवी (Sheetanshu TV) ज़रूर देखें।
सौन्दर्य की कोई एक परिभाषा नहीं दी जा सकती। यह तो प्रकृति-प्रदत्त वस्तु है। कोई सुन्दर चित्र बनाने वाला चित्रकार भी बनाने से पहले यह नहीं बता सकता कि बनने वाला चित्र कितना सुन्दर होगा, सुन्दर होगा भी या कुरूप हो जाएगा। अब आप ही बता सकते हैं कि यह चित्र सुन्दर है या नहीं।
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