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गुरुवार, 23 जनवरी 2014

अमेरिका में हर 5वीं महिला होती है दुष्कर्म का शिकार / EVERY 5TH AMERICIAN LADY RAPED



-शीतांशु कुमार सहाय / SHEETANSHU KUMAR SAHAY
महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाओं के लिए केवल भारत ही नहीं, अपने को सबसे अधिक सभ्य कहने वाला देश संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रत्येक 5 में एक महिला यौन दुराचार की शिकार हो रही है। यही नहीं अधिकतर यौन दुराचार 18 वर्ष से कम उम्र वाली लड़कियों से हो रही है। भारत की भाषा में कहें तो नाबालिगों से अमेरिकी सर्वाधिक दुष्कर्म करते हैं। सबसे आश्चर्य यह कि विद्यालयों व महाविद्यालयों के परिसर में भी दुष्कर्म को अंजाम दिया जाता है। ऐसे मामलों को विद्यालय-महाविद्यालय प्रशासन छिपा लेता है और ऐसे 8 में से एक मामला ही पुलिस तक पहुँच पाती है। ये हाल है अमेरिका में महिलाओं की सुरक्षा का! अमेरिका में दुष्कर्म के आठ में महज एक मामला ही पुलिस तक पहुँच पाता है। अमेरिका में हर 5वीं महिला होती है रेप का शिकार होती हैं। व्हाइट हाउस काउंसिल की राष्ट्रपति बराक ओबामा की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट स्तर की बैठक से पूर्व व्हाइट हाउस ने यह रिपोर्ट बुधवार 22 जनवरी 2014 को जारी की। ‘रेप और सेक्स का प्रयास : एक कार्रवाई’ नाम की ये रिपोर्ट रेप और रेप के प्रयासों से संबंधित मामलों पर केंद्रित है। रिपोर्ट में सामाजिक स्थिति और उसे सुधारने के बारे में भी बात कही गई है। इसके बाद राष्ट्रपति बराक ओबामा ने छात्राओं के यौन शोषण को रोकने के लिए एक टास्क फोर्स बनाने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए।
2 करोड़ 20 लाख महिलाएं रेप पीड़ित--
अमेरिका में 2 करोड़ 20 लाख महिलाएं रेप पीड़ित हैं यानि हर 5वीं महिला के साथ रेप होता है। ये चौंकाने वाले आँकड़े व्हाइट हाउस की एक रिपोर्ट में सामने आए हैं। बुधवार 22 जनवरी 2014 को जारी रिपोर्ट के मुताबिक लगभग आधी रेप पीड़ित महिलाएं 18 साल से कम उम्र में ही यौन उत्पीड़न का शिकार होती हैं। रिपोर्ट बताती है कि करीब दो करोड़ 20 लाख अमेरिकी महिलाओं और 16 लाख पुरुषों को अपने जीवनकाल में बलात्कार का शिकार होना पड़ा है।
सभी को निशाना बनाया--
रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी वर्गों, नस्लों और देशों की महिलाओं को निशाना बनाया जाता है, लेकिन कुछ महिलाएं अन्य के मुकाबले इस प्रकार के हमलों की अधिक शिकार होती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 33.5 प्रतिशत अलग अलग जाति, वर्ग की महिलाएं रेप का शिकार होतीं हैं जिनमें 27 प्रतिशत अमेरिकी-भारतीय और अलास्का की महिलाएं शामिल हैं। 15 प्रतिशत स्पेनिश, 22 प्रतिशत नीग्रो, 19 प्रतिशत यूरोपीय महिलाओं के साथ रेप होता है। रिपोर्ट के मुताबिक 18 साल से कम उम्र की लड़कियों से रेप करने वाले ज्यादातर आरोपी युवा ही होते हैं। इतना ही नहीं 10 साल की लड़कियों से रेप करने वालों में ज्यादातर अधेड़ उम्र के लोग शामिल होते हैं।
अपने ही करते हैं रेप--
रिपोर्ट के आंकड़े बताते हैं कि 98 प्रतिशत महिलाओं के नजदीकी लोग ही उनका यौन शोषण करते हैं। हर 71में से एक पुरुष महिलाओं से रेप या यौन उत्पीड़न करता है। इसके विनाशकारी प्रभाव होते हैं जिसमें वे अवसाद, मादक द्रव्यों के सेवन और बड़े पैमाने पर शारीरिक व्याधियां जैसे कि मधुमेह और असीम दर्द के शिकार हो जाते हैं।
पुरुष भी सुरक्षित नहीं--
अमेरिका में पुरुष ही सुरक्षित नहीं हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में करीब 16 लाख पुरुष भी अपनी जिंदगी में रेप का शिकार होते हैं।
हर 5वीं छात्रा बनती है शिकार--
रिपोर्ट के आंकड़े बताते हैं कि हर 5वीं छात्रा कॉलेज में यौन उत्पीड़न का शिकार होती है। रिपोर्ट में बताया गया है कि पांच में से एक छात्रा यौन शोषण का शिकार होती हैं जबकि आठ में एक मामला ही दर्ज हो पाता है। महिलाओं और लड़कियों पर जारी रिपोर्ट के मुताबिक, ‘हमारे देश के कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में महिलाएं बलात्कार या यौन शोषण के मामलों की ज्यादा शिकार हो रही हैं।’ रिपोर्ट के मुताबिक कॉलेज परिसर में यौन उत्पीड़न की घटनाओं को शराब और मादक द्रव्यों के सेवन से बढ़ावा मिलता है, जो पीड़ितों को अशक्त बना देते हैं। अपराधकर्ता प्राय: सीरियल अपराधी होते हैं। एक अध्ययन की रिपोर्ट में यह पाया गया कि कॉलेज के 7 प्रतिशत पुरूषों ने बलात्कार के प्रयास को स्वीकार किया और उनमें से 63 प्रतिशत पुरूषों ने एक से अधिक अपराध, प्रत्येक द्वारा औसतन 6 बलात्कार करने का मामला स्वीकार किया गया।

यौन उत्पीड़न रोकने के लिए कार्यबल

अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शारीरिक हमलों, खास कर कॉलेज में बढ़ती यौन उत्पीड़न की घटनाओं से निपटने के लिए एक कार्यबल बनाया है। उन्होंने कहा कि यौन हिंसा न केवल लोगों के साथ अपराध है; बल्कि यह पूरे देश के लिए खतरा है। राष्ट्रपति ने कहा-- हम पूरे अमेरिका में सभी कालेजों, विश्वविद्यालयों और शैक्षिक संस्थानों के साथ काम करने जा रहे हैं; ताकि उनके परिसरों में यौन हिंसा को रोकने और ऐसे मामलों से निपटने के लिए बेहतर तरीके निकाले जा सकें। यह बात राष्ट्रपति ने 22 जनवरी 2014 मंत्रिमंडल स्तरीय एक बैठक में कही जिसमें उन्होंने यौन हिंसा से छात्रों को बचाने के लिए व्हाइट हाउस कार्य बल गठित करने का ऐलान किया। उन्होंने कहा-- इसके बाद हम उपायों को अमल में लाएंगे; क्योंकि हमारे स्कूलों को ऐसी जगह बनने की जरुरत है जहां युवा खुद को सुरक्षित और आत्मविश्वास से पूर्ण महसूस कर सकें तथा अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ सकें। राष्ट्रपति ने कहा कि यौन हिंसा न केवल लोगों के प्रति अपराध है; बल्कि यह हमारे परिवारों के लिए, हमारे समुदायों के लिए और पूरे देश के लिए खतरा है. यह हमारे देश के तानेबाने को छिन्न-भिन्न करता है।

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