रविवार, 15 अगस्त 2021

मोदी की घोषणा : :१०० करोड़ की गति शक्ति योजना व सैनिक विद्यालयों में लड़कियाँ होंगी नामांकित


१५ अगस्त सन् २०२१ ईस्वी {रविवार} को लालकिले की प्राचीर से भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भाषण का मुख्यांश.....

९० मिनट तक बोले नरेन्द्र मोदी

विश्व के सब से बड़े लोकतांत्रिक देश भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ७५वें स्वतंत्रता दिवस (१५ अगस्त २०२१) पर आठवीं बार लाल किले पर झंडा फहराने के बाद देश को संबोधित किया। उन्होंने ९० मिनट का विस्तृत भाषण दिया। स्वतंत्रता सेनानियों को नमन के साथ उन्होंने अपनी बात शुरू की। उन्होंने प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू को भी याद किया। मोदी ने दो बड़े ऐलान किये। इन में युवाओं को रोजगार देने वाली १०० लाख करोड़ रुपये की 'गति शक्ति योजना' और बेटियों के लिए देश के सभी सैनिक विद्यालयों में नामांकन की घोषणा शामिल हैं। साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक नया प्रगतिवादी मन्त्र दिया-- 

"सब का साथ

सब का विकास 

सब का विश्वास 

सब का प्रयास!"

 स्वतंत्रता सेनानियों और नेहरू को याद किया

प्रधानमंत्री ने कहा, 'आजादी को जन आंदोलन बनाने वाले बापू हों या सब कुछ न्योछावर करने वाले नेताजी हों, भगत सिंह, आजाद, बिस्मिल और अशफाक उल्ला खां, झांसी की लक्ष्मी बाई या चित्तूर की रानी कनम्मा हों, देश के पहले प्रधानमंत्री नेहरू हों, सरदार पटेल हों, दिशा देने वाले अंबेडकर हों.. देश हर व्यक्ति और व्यक्तित्व को याद कर रहा है। देश सभी का ऋणी है।'

ओलिंपिक खिलाड़ियों के सम्मान में तालियाँ

मोदी ने कहा, 'इस आयोजन में ओलिंपिक में भारत का नाम रोशन करने वाली युवा पीढ़ी एथलीट्स और हमारे खिलाड़ी मौजूद हैं। मैं देशवासियों को और हिंदुस्तान के कोने-कोने में मौजूद लोगों से कहना चाहता हूं कि हमारे खिलाड़ियों के सम्मान में कुछ पल तालियाँ बजाकर उनका सम्मान करें।

भारत के खेलों का सम्मान, भारत की युवा पीढ़ी का सम्मान, भारत को गौरव दिलाने वाले युवाओं का सम्मान, करोड़ों देशवासी आज तालियों की गड़गड़ाहट के साथ देश के जवानों का, युवा पीढ़ी का सम्मान कर रहे हैं। एथलीट्स पर विशेष तौर पर हम ये गर्व कर सकते हैं कि उन्होंने दिल ही नहीं जीता, उन्होंने आने वाली पीढ़ियों को भारत की युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का बहुत बड़ा काम किया है।'

१०० लाख करोड़ रुपये की 'गति शक्ति योजना'

प्रधानमंत्री ने कहा है कि देश में जिस तरह से नए एयरपोर्ट बन रहे हैं, उड़ान योजना जगहों को जोड़ रही है, ये अभूतपूर्व है। बेहतर कनेक्टिविटी लोगों के सपनों को नई उड़ान दे रही है। गति शक्ति का नेशनल मास्टर प्लान हम आपके सामने आएंगे। सौ लाख करोड़ से भी ज्यादा की योजना लाखों नौजवानों के लिए रोजगार लाएगी। गति शक्ति देश के लिए ऐसा नेशनल इन्फ्रास्ट्रक्चर का मास्टर प्लान होगा। इकोनॉमी को इंटीग्रेटेड पाथवे देगा। गति शक्ति सभी रोड़ों को और कठिनाइयों को हटाएगी। सामान्य आदमी के ट्रेवल टाइम में कमी होगी, मैन्युफैक्चरर्स को मदद होगी। अमृत काल के इस दशक में गति की शक्ति भारत के कायाकल्प का आधार बनेगी।

राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन घोषित

नरेन्द्र मोदी ने कहा, 'तिरंगे को साक्ष्य मानते हुए मैं नेशनल हाइड्रोजन मिशन की घोषणा कर रहा हूँ। अमृत काल में हमें ग्रीन हाइड्रोजन के प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट का हब बनाना है। ये भारत को आत्म निर्भर बनाएगा। क्लीन एनर्जी का ये क्षेत्र, क्लीन ग्रोथ से क्लीन जॉब के अवसर हमारे युवाओं और स्टार्टअप के लिए दस्तक दे रहे हैं।'

अब सैनिक विद्यालयों में लड़कियाँ भी पढ़ेंगी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि खेल से लेकर हर जगह बेटियां कमाल कर रही हैं। आज भारत की बेटियां अपनी जगह लेने के लिए आतुर हैं। सड़क से लेकर वर्कप्लेस तक महिलाओं में सुरक्षा, सम्मान का भाव हो, इसके लिए शासन प्रशासन, पुलिस, नागरिकों को अपनी जिम्मेदारी निभानी है। इस संकल्प को आजादी के ७५ साल का संकल्प बनाना है। मुझे लाखों बेटियों के संदेश मिलते थे कि सैनिक स्कूल में पढ़ना चाहती हैं। ढाई साल पहले मिजोरम के सैनिक स्कूल में बेटियों को प्रवेश देने का प्रयोग किया था। अब तय किया है कि देश के सभी सैनिक स्कूलों को देश की बेटियों के लिए भी खोल दिया जाएगा।

१४ अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' मनेगा 

प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम आजादी का जश्न मनाते हैं, लेकिन बंटवारे का दर्द आज भी हिंदुस्तान के सीने को छलनी करता है। ये पिछली शताब्दी की सबसे बड़ी त्रासदी में से एक है। आजादी के बाद इन लोगों को बहुत ही जल्द भुला दिया गया। कल ही भारत ने एक भावुक निर्णय लिया है। अब से हर वर्ष १४ अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में याद किया जाएगा।

जो लोग विभाजन के समय अमानवीय हालात से गुजरे, अत्याचार सहे, सम्मान के साथ अंतिम संस्कार नसीब नहीं हुआ। उनका हमारी स्मृतियों में जीवित रहना जरूरी है। इस दिवस का तय होना, ऐसे लोगों को हर भारतवासी की तरफ से आदरपूर्वक श्रद्धांजलि है।'

सब का साथ-सब का विकास-सब का विश्वास-सब का प्रयास

मोदी ने कहा, 'सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास। इसी श्रद्धा के साथ हम सब जुट चुके हैं। आज लाल किले की प्राचीर से आह्वान कर रहा हूं। सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास और अब सबका प्रयास हमारे लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। सात साल में शुरू हुई अनेक योजनाओं का लाभ करोड़ों गरीबों के घरों तक पहुँचा है। उज्ज्वला योजना आयुष्मान भारत की ताकत देश जानता है।'

गरीबों को पोषणयुक्त चावल

प्रधानमंत्री ने गरीब बच्चों में कुपोषण पर चिंता जताते हुए कहा कि देश के हर गरीब तक पोषण पहुंचाना भी सरकार की प्राथमिकता है। गरीब बच्चों में कुपोषण और पौष्टिक पदार्थों की कमी, विकास में बाधा बनती है। तय किया है कि सरकार अपनी अलग-अलग योजनाओं के तहत जो चावल गरीबों को देती है, उसे पोषण युक्त करेगी। राशन दुकानों, मिड डे मील, २०२४ तक हर योजना के तहत मिलने वाला चावल पोषण युक्त कर दिया जाएगा।

ऑक्सीजन प्लांट बढ़ेंगे

मोदी ने कहा कि सरकार ने मेडिकल शिक्षा में जरूरी सुधार किए, प्रिवेंटिव हेल्थ केयर में सुधार किया है। आयुष्मान भारत योजना के तहत देश के गांव-गांव तक क्वालिटी स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं। गरीब और मध्यम वर्ग को सस्ती दवा दी जा रही है। ७५ हजार से ज्यादा हेल्थ और वेलनेस सेंटर बनाये जा चुके हैं। अच्छे अस्पतालों और आधुनिक लैब के नेटवर्क पर काम किया जा रहा है। जल्द देश के हजारों अस्पतालों के पास अपने ऑक्सीजन प्लांट भी होंगे।

पिछड़ों की हैंड होल्डिंग करनी होगी

२१वीं सदी में भारत को नई ऊँचाई पर पहुँचने के  लिए भारत के सामर्थ्य का सही और पूरा इस्तेमाल समय की माँग है और जरूरी है। इसके लिए जो वर्ग पीछे है, जो क्षेत्र पीछे है, उनकी हैंड होल्डिंग करनी ही होगी। मूलभूत जरूरतों की चिंता के साथ ही, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों और सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए आरक्षण निश्चित किया जा रहा है। मेडिकल में ओबीसी के लिए आरक्षण की व्यवस्था की है। ओबीसी की सूची बनाने का अधिकार राज्यों को दे दिया गया है।

हर बार अलग रंग की पगड़ी

लाल किले पर तिरंगा फहराने के दौरान मोदी का पहनावा भी खास होता है। हर बार वे अलग तरह की पगड़ी पहने नजर आए हैं। इस बार उन्होंने केसरिया पगड़ी पहनी है। इसी तरह, हर बार उनके भाषण की लंबाई भी अलग-अलग रही है। इस बार वे ९० मिनट बोले। मोदी ने २०२० में १५ अगस्त को सातवीं बार लाल किले पर झंडा फहराया था और उन्होंने ८६ मिनट तक देश को संबोधित किया था। इस से पहले २०१९ में वे ९३ मिनट बोले थे। वर्ष २०१६ में ९६ मिनट देश को संबोधित किया था। यही इन का अब तक का सबसे लंबा भाषण रहा है। नरेन्द्र मोदी २०१४ से २०२१ तक आठ साल में लाल किले से १० घंटे ५४ मिनट बोल चुके हैं।

मोदी ने नेहरू का रिकॉर्ड तोड़ा

प्रधानमंत्री मोदी ने २०१५ में ८६ मिनट तक अपनी बात देश के लोग के सामने रखी थी और पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का रिकॉर्ड तोड़ा था। नेहरू ने लाल किले से १९४७ में ७२ मिनट का भाषण दिया था।

भारत के शत्रुओं को कड़ा सन्देश

भारतीय प्रधानमंत्री मोदी ने देश के दुश्मनों को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक और एयरस्ट्राइक कर दुश्मनों को नये भारत ने संदेश दिया है। भारत बदल रहा है, भारत बदल सकता है, भारत कठिन-से-कठिन फैसले ले सकता है और इस से झिझकता नहीं है, रूकता नहीं।

नरेन्द्र मोदी ने अपनी बात दो कविताओं के साथ समाप्त की।