बुधवार, 8 दिसंबर 2010

वास्तु / दिशाओं के रंग

-
 , तो घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। इससे घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है। साथ-ही-साथ घर के लोग स्वस्थ भी रहते हैं। आप भी करें रंगों का बेहतर चयन। -पूर्व दिशा अर्थात् ईशान कोण पृथ्वी तत्व से संबंधित है। इस कोण में पीले एवं मटमैले रंग श्रेष्ठ, लाल और नारंगी रंग मध्यम तथा हरे रंग अशुभ होते हैं। पीला रंग पृथ्वी का प्रतीक है। इसका प्रयोग सौहार्द और संबंध कायम करने के लिए किया जाता है। आप अपने संबंधों में सौहार्द या गरमाहट लाना चाहते हैं, तो ईशान दिशा में पीले रंग का प्रयोग करें। , सफेद रंग मध्यम तथा पीला व मटमैला रंग अशुभ होता है।-पश्चिम दिशा अर्थात् वायव्य कोण धातु तत्व से संबंधित मानी गई है। इस कोण में सफेद और रूपहला रंग श्रेष्ठ माना गया है, पीला एवं मटमैला रंग मध्यम प्रभाव देता है। लाल और नारंगी रंग वायव्य दिशा के लिए अशुभ माना गया है। वायव्य कोण के लिए यथासंभव श्रेष्ठ रंगों का प्रयोग ही किया जाना चाहिए। इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है। -पश्चिम दिशा अर्थात् नैऋत्य कोण पृथ्वी तत्व का प्रतिनिधित्व करता है। इस कोण में पीला और मटमैला रंग श्रेष्ठ तथा लाल एवं नारंगी रंग मध्यम स्तर का प्रभाव डालता है। इस दिशा में हरे रंग का प्रयोग वर्जित है। दक्षिण दिशा में काला और नीला रंग अशुभ प्रभाव डालता है। -पूर्व दिशा यानी आग्नेय कोण काष्ठ तत्व से संबंधित है। इस कोण के लिए हल्का हरा रंग अच्छा माना गया है। आग्नेय कोण में नीला व काला रंग मध्यम प्रभाव देने वाला होता है। इस दिशा के लिए सफेद रंग अशुभ है। , नीला और काला रंग मध्यम दर्जे का तथा सफेद व रुपहला हानिकारक होता है। इस तरह शुभ रंगों का उपयोग कर आप जिंदगी खुशहाल बना सकते हैं।
रंगों का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। रंगों का संयोजन यदि दिशा के अनुकूल हो
उत्तर
उत्तर दिशा जल तत्व से संबंधित है। इस दिशा में नीला और काला रंग श्रेष्ठ
उत्तर
पश्चिम दिशा भी धातु तत्व का प्रतीक है। इस दिशा में सफेद और स्लेटी रंग अच्छा होता है। लेकिन पीला व मटमैला रंग मध्यम स्तर का प्रभाव डालता है। अतः पश्चिम दिशा की दीवारों में इन्हीं रंगों का प्रयोग करना चाहिए। इस दिशा में लाल या नारंगी रंग का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।
दक्षिण
दक्षिण दिशा अग्नि तत्व से संबंधित है। इस दिशा में लाल एवं नारंगी रंग शुभ होता है। हरा रंग मध्यम स्तर का प्रभाव डालता है।
दक्षिण
पूर्व दिशा काष्ठ तत्व से संबंधित है। इस दिशा में हरा रंग शुभ फलदायी
शीतांशु कुमार सहाय

कोई टिप्पणी नहीं: