-शीतांशु कुमार सहाय
हो-हल्ला को समर्पित रहनेवाली राज्यसभा सभी सूचीबद्ध कार्यों को संपन्न कर दे तो आश्चर्य अवश्य होगा। ऐसी ही आश्चर्यजनक घटना घटी ०२ जनवरी को। यह सम्भव हुआ भारतीय जनता पार्टी के नेता, उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति श्री मुप्पवरपु वेंकैया नायडू के नेतृत्व में। इस से जनता के बीच भी सकारात्मक सन्देश गया है।
राज्यसभा के सभापति श्री एम. वेंकैया नायडू के नेतृत्व में मंगलवार को सदन में शून्यकाल व प्रश्नकाल में सभी प्रश्नों को निबटाने से कीर्तिमान कायम करनेवाला कार्य हुआ और एक नया इतिहास रचा गया। नायडू ने मंगलवार, ०२ जनवरी २०१८ को सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अपने कुशल संचालन में शून्यकाल में सभी सदस्यों को मामला उठाने की अनुमति दी। विशेष उल्लेख के तहत भी सभी सदस्यों ने अपने सभी प्रश्न उठाये। उन्होंने एक सदस्य को सवाल उठाने की विशेष अनुमति भी दी जबकि उस सदस्य ने पहले से प्रश्न पूछने की सूचना नहीं दी थी।
सभापति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि आज (मंगलवार, ०२ जनवरी २०१८) सदन में एक नया इतिहास रचा गया। सभी सदस्यों ने शून्यकाल में अपने मामले उठाये और विशेष उल्लेख भी पूरा हुआ। जब एक सदस्य ने श्री नायडू को धन्यवाद दिया तो उन्होंने इस के लिए सदन को धन्यवाद दिया और कहा कि यह सदन के सदस्यों के सहयोग से संभव हो पाया है।
श्री नायडू ने पिछले दिनों राज्यसभा में कहा था कि प्रश्नकाल में १० सवालों को निबटाया जायेगा लेकिन मंगलवार, ०२ जनवरी २०१८ को उन्होंने सभी १५ प्रश्नों को निबटाकर एक नया कीर्तिमान बनाया।
मंगलवार, ०२ जनवरी २०१८ को राज्यसभा की कार्यवाही के लिए प्रश्न संख्या १५१ से १६५ तक सूचीबद्ध थे। कार्यवाही के दौरान इन प्रश्नों को सरकार के समक्ष सदन के माध्यम से रखनेवालों में से पाँच सदस्य अनुपस्थित थे। इस के बावजूद संबद्ध मंत्रियों ने उन प्रश्नों के उत्तर पटल पर रख दिये। शेष १० प्रश्नों से जुड़े पूरक प्रश्न भी पूछे गये और सम्बद्ध मंत्री ने उन के जवाब दिये।
हो-हल्ला को समर्पित रहनेवाली राज्यसभा सभी सूचीबद्ध कार्यों को संपन्न कर दे तो आश्चर्य अवश्य होगा। ऐसी ही आश्चर्यजनक घटना घटी ०२ जनवरी को। यह सम्भव हुआ भारतीय जनता पार्टी के नेता, उपराष्ट्रपति व राज्यसभा के सभापति श्री मुप्पवरपु वेंकैया नायडू के नेतृत्व में। इस से जनता के बीच भी सकारात्मक सन्देश गया है।
राज्यसभा के सभापति श्री एम. वेंकैया नायडू के नेतृत्व में मंगलवार को सदन में शून्यकाल व प्रश्नकाल में सभी प्रश्नों को निबटाने से कीर्तिमान कायम करनेवाला कार्य हुआ और एक नया इतिहास रचा गया। नायडू ने मंगलवार, ०२ जनवरी २०१८ को सदन की कार्यवाही शुरू होने पर अपने कुशल संचालन में शून्यकाल में सभी सदस्यों को मामला उठाने की अनुमति दी। विशेष उल्लेख के तहत भी सभी सदस्यों ने अपने सभी प्रश्न उठाये। उन्होंने एक सदस्य को सवाल उठाने की विशेष अनुमति भी दी जबकि उस सदस्य ने पहले से प्रश्न पूछने की सूचना नहीं दी थी।
सभापति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि आज (मंगलवार, ०२ जनवरी २०१८) सदन में एक नया इतिहास रचा गया। सभी सदस्यों ने शून्यकाल में अपने मामले उठाये और विशेष उल्लेख भी पूरा हुआ। जब एक सदस्य ने श्री नायडू को धन्यवाद दिया तो उन्होंने इस के लिए सदन को धन्यवाद दिया और कहा कि यह सदन के सदस्यों के सहयोग से संभव हो पाया है।
श्री नायडू ने पिछले दिनों राज्यसभा में कहा था कि प्रश्नकाल में १० सवालों को निबटाया जायेगा लेकिन मंगलवार, ०२ जनवरी २०१८ को उन्होंने सभी १५ प्रश्नों को निबटाकर एक नया कीर्तिमान बनाया।
मंगलवार, ०२ जनवरी २०१८ को राज्यसभा की कार्यवाही के लिए प्रश्न संख्या १५१ से १६५ तक सूचीबद्ध थे। कार्यवाही के दौरान इन प्रश्नों को सरकार के समक्ष सदन के माध्यम से रखनेवालों में से पाँच सदस्य अनुपस्थित थे। इस के बावजूद संबद्ध मंत्रियों ने उन प्रश्नों के उत्तर पटल पर रख दिये। शेष १० प्रश्नों से जुड़े पूरक प्रश्न भी पूछे गये और सम्बद्ध मंत्री ने उन के जवाब दिये।
इस तरह मंगलवार, ०२ जनवरी २०१८ को राज्यसभा में सभी प्रश्न निबटा दिये गये। हो-हल्ला कर सदन का समय नष्ट करनेवाले और जनता का कार्य सदन में न करनेवाले जनप्रतिनिधियों के लिए यह एक सबक भी है।
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