-शीतांशु कुमार सहाय
भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की रथयात्रा रविवार 30 जून 2014 को झारखण्ड की राजधानी राँची समेत राज्य के विभिन्न स्थानों में श्रद्धापूर्वक निकाली गयी। राजधानी राँची स्थित जगन्नाथ मंदिर से भी परंपरागत तरीके से रविवार 30 जून 2014 की शाम रथयात्रा की शुरूआत हुई। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने रथयात्रा में हिस्सा लिया और रथ को खींचकर मौसीबाड़ी पहुँचाया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने भी राँची के धुर्वा स्थित जगन्नाथ मंदिर में रथमेले का शुभारम्भ डोर खींचकर किया। इस अवसर पर उन्होंने परम्परा का निर्वहन करते हुए पीली धोती पहनी और कमर से ऊपर के अंग खुले रखते हुए रथयात्रा में शामिल हुए। इसी स्थिति में उनके साथ पूर्व केन्द्रीय मंत्री व लोकसभा चुनाव-2014 में राँची लोकसभा क्षेत्र से पराजित काँग्रेसी नेता सुबोधकान्त सहाय भी शामिल हुए। दोनों नेताओं ने भगवान जगन्नाथ की पूजा-अर्चना कार्यक्रम में भाग लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों को हार्दिक बधाई देते हुए राज्य के लिए शांति, समृद्धि एवं खुशहाली की प्रार्थना भगवान जगन्नाथ से की। इस अवसर पर हटिया के विधायक नवीन जायसवाल ने भी पूजा-अर्चना की। राँची के उपायुक्त विनय कुमार चौबे, वरीय आरक्षी अधीक्षक प्रभात कुमार समेत बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे। यों विधिवत् जगन्नाथ मेले का शुभारम्भ हो गया।
कमर से ऊपर के अंग खुले रखते हुए झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और पूर्व केन्द्रीय मंत्री व लोकसभा चुनाव-2014 में राँची लोकसभा क्षेत्र से पराजित काँग्रेसी नेता सुबोधकान्त सहाय राँची के रथयात्रा में शामिल हुए और रथ की रस्सी खींचकर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया।
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