मंगलवार, 19 जुलाई 2022

आज़ादी का अमृत महोत्सव :भारत का राष्ट्रगीत 'वन्दे मातरम्' का सम्पूर्ण पाठ Azadi Ka Amrit Mahotsav :Full Text of the National Song of India 'Vande Mataram'


-शीतांशु कुमार सहाय 
     आज़ादी का अमृत महोत्सव वर्ष में पढ़िये भारत के राष्ट्रीय गीत का पूरा स्वरूप। इसे वंकिमचन्द चट्टोपाध्याय ने लिखा और संगीत से संवारा पण्डित ओंकारनाथ ठाकुर ने। 

वन्दे मातरम्

सुजलां सुफलाम्

मलयजशीतलाम्

शस्यश्यामलां मातरम्।


शुभ्रज्योत्स्नापुलकितयामिनीम्

फुल्लकुसुमितद्रुमदलशोभिनीम्

सुहासिनीं सुमधुर भाषिणीम्

सुखदां वरदां मातरम्॥ १॥


कोटि कोटि-कण्ठ-कल-कल-निनाद-कराले

कोटि-कोटि-भुजैर्धृत-खरकरवाले,

अबला केन मा एत बले।

बहुबलधारिणीं नमामि तारिणीं

रिपुदलवारिणीं मातरम्॥ २॥


तुमि विद्या, तुमि धर्म

तुमि हृदि, तुमि मर्म

त्वम् हि प्राणा: शरीरे

बाहुते तुमि मा शक्ति,

हृदये तुमि मा भक्ति,

तोमारई प्रतिमा गडी मन्दिरे-मन्दिरे॥ ३॥


त्वम् हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी

कमला कमलदलविहारिणी

वाणी विद्यादायिनी,

नमामि त्वाम्

नमामि कमलाम्

अमलां अतुलाम्

सुजलां सुफलाम् मातरम्॥४॥


वन्दे मातरम्

श्यामलां सरलाम्

सुस्मितां भूषिताम्

धरणीं भरणीं मातरम्॥ ५॥

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