निवेदन करता हूँ कि योग को आप
अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करें।
अंग संचालन के अभ्यास के अन्तर्गत इस वीडियो में समझाया गया है कि पैरों के अभ्यास के बाद अन्य अंगों और जोड़ों के दर्द को दूर करने के लिए योग के किन अभ्यासों को और किस प्रकार किया जाय।
हाथ, हाथ की अँगुलियों, कलाई, केहुनी, कन्धा, गर्दन, आँख, मुँह, ओंठ और जबड़ों के यौगिक अभ्यास ज़रूर कीजिये और गैस्ट्रिक व जोड़ों के दर्द का अन्त तुरन्त कीजिये।
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