प्रस्तुति- शीतांशु कुमार सहाय
माँ अम्बिका स्थान (आमी, सारण, बिहार) की व्यवस्था में इस न्यास का महत्त्वपूर्ण योगदान है। इसके सचिव हैं माँ अम्बिका स्थान के सन्त भीखम बाबा (जितेन्द्र कुमार तिवारी) जो मन्दिर परिसर में ही एक आश्रम में रहते हैं।
माँ अम्बिका महारानी राजभोग सेवा संस्थानम् (न्यास) के प्रमुख उद्देश्य हैं-
1. माँ अम्बिका भवानी मन्दिर न्यास को सदैव सहयोग करते हुए माँ अम्बिका स्थान का चहुँमुखी विकास करना।
2. मन्दिर परिसर में आने वाले भक्तों के सेवार्थ कार्य।
3. मन्दिर से सम्बन्धित साहित्यों व धार्मिक पुस्तकों का प्रकाशन।
4. ऊँ सती उद्यान के विकास की पूरी जिम्मेदारी।
5. गौ-सेवा, गौ-पालन व मुक्त बलि प्रथा का प्रचार-प्रसार।
6. भारतीय आध्यात्मिक ज्ञान के प्रसार हेतु वेदपीठ की स्थापना।
7. माँ अम्बिका स्थान के पण्डों व उनके परिजनों के उत्थान के लिए प्रयास।
8. गंगा आरती को नियमित लागू करना।
9. स्थानीय पण्डा समुदाय, ग्रामीणों व स्थानीय प्रशासन के संयुक्त प्रयास से वाहन पड़ाव की व्यवस्था।
10. ब्राह्मणों व समस्त जाति-धर्मों के लोगों के बीच संस्कृत का प्रचार-प्रसार।
11. मन्दिर के निकट बाहरी भक्तों के ठहराव के लिए सुविधा सम्पन्न अतिथिशाला का निर्माण।
12. प्रशासनिक सहयोग से पटना-छपरा मुख्य मार्ग से मन्दिर तक पहुँचने वाले सभी सड़कों का चौड़ीकरण।
13. मन्दिर के निकट विवाह भवन का निर्माण; ताकि यहाँ विवाह करने के लिए आने वाले भक्तों को ठहरने आदि में सुविधा हो।
14. माता के सामने सभी समान हैं, अतः वीआईपी पूजा प्रथा को लागू न करना।
15. समय-समय पर मन्दिर परिसर में प्रवचन, सत्संग, योग, भजन-कीर्तन, स्वास्थ्य शिविर व अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन।
16. मन्दिर के निकट सुव्यवस्थित मार्केट कॉम्प्लेक्स का निर्माण।
17. मन्दिर में आने वाले भक्तों के लिए शौचालय व पेयजल आदि की व्यवस्था।
18. माता अम्बिका का दर्शन करने वाले प्रत्येक भक्त को माँ का आशीर्वादस्वरूप प्रसाद उपलब्ध करवाना।
19. दहेजमुक्त विवाह को प्रोत्साहित करना।
20. मांसाहारमुक्त, नशामुक्त व भ्रष्टाचारमुक्त समाज के निर्माण में सहयोग।
21. योग व आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार।
4 टिप्पणियां:
Jai MaM Ambika Maharani...
जय मां मेय यह संस्था से बहुत प्रसंग हु जो समाज सेवा के तट पर रहै
Jai maa Ambika Bhavani,
मैं इस संस्था के साथ hu रहेगा jai ma Ambika Bhawani
एक टिप्पणी भेजें