भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और उनकी पत्नी जेत्सुन पेमा
2013 के 64वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक मुख्य अतिथि थे। इससे पहले 2005 में भूटान नरेश जिग्मे सिन्गे वांग्चुक गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। 2013 में उनके बेटे जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में नजर आए। नई दिल्ली में इंडिया गेट पर गणतंत्र दिवस के समारोह के दौरान हर किसी की नजर भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और उनकी पत्नी जेत्सुन पेमा पर थी। दोनों की उपस्थिति ने समारोह को खास बना दिया। वांगचुक गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे। भूटान नरेश अपनी पत्नी रानी जेत्सुन पेमा के साथ आठ दिनों के भारत दौरे पर हैं। दोनों ने राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर फूल चढ़ाए। इससे पहले भूटान नरेश को 25 जनवरी, शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति भवन में सेरेमोनियल रिसेप्शन दिया गया। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भूटान नरेश का स्वागत किया। इसके बाद नरेश वांगचुक ने गार्ड ऑफ ऑनर लिया और सांसदों से मुलाकात भी की। भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक रानी जेटसन पेमा के साथ पहले भी भारत आ चुके हैं। भारत भ्रमण के दौरान वह जोधपुर गए थे। जोधपुर पैलेस में पूर्व राजपरिवार ने उनकी अगवानी की थी। भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक की वर्ष 2011 में ही भारत से पढ़ाई करने वाली जेस्टर पेमा से शादी हुई है। 21 वर्षीया पेमा पायलट की बेटी हैं। वहीं पेमा पश्चिम बंगाल और हिमाचल में शिक्षा हासिल की हैं। वांगचुंग ऑक्सफोर्ड यूनीवर्सिटी से तालीम हासिल किए हैं। नरेश उस वक्त पेमा को अपना दिल दे बैठे थे जब वह 17 साल के थे। ऑक्सफोर्ड से पढ़ाई कर चुके वांगचुक (31) की पत्नी उनसे 10 साल छोटी हैं। वे अभी लंदन के रेजेंट्स कॉलेज से पढ़ाई कर रही हैं।
2013 के 64वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक मुख्य अतिथि थे। इससे पहले 2005 में भूटान नरेश जिग्मे सिन्गे वांग्चुक गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। 2013 में उनके बेटे जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में नजर आए। नई दिल्ली में इंडिया गेट पर गणतंत्र दिवस के समारोह के दौरान हर किसी की नजर भूटान के नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और उनकी पत्नी जेत्सुन पेमा पर थी। दोनों की उपस्थिति ने समारोह को खास बना दिया। वांगचुक गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि थे। भूटान नरेश अपनी पत्नी रानी जेत्सुन पेमा के साथ आठ दिनों के भारत दौरे पर हैं। दोनों ने राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर फूल चढ़ाए। इससे पहले भूटान नरेश को 25 जनवरी, शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति भवन में सेरेमोनियल रिसेप्शन दिया गया। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भूटान नरेश का स्वागत किया। इसके बाद नरेश वांगचुक ने गार्ड ऑफ ऑनर लिया और सांसदों से मुलाकात भी की। भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक रानी जेटसन पेमा के साथ पहले भी भारत आ चुके हैं। भारत भ्रमण के दौरान वह जोधपुर गए थे। जोधपुर पैलेस में पूर्व राजपरिवार ने उनकी अगवानी की थी। भूटान नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक की वर्ष 2011 में ही भारत से पढ़ाई करने वाली जेस्टर पेमा से शादी हुई है। 21 वर्षीया पेमा पायलट की बेटी हैं। वहीं पेमा पश्चिम बंगाल और हिमाचल में शिक्षा हासिल की हैं। वांगचुंग ऑक्सफोर्ड यूनीवर्सिटी से तालीम हासिल किए हैं। नरेश उस वक्त पेमा को अपना दिल दे बैठे थे जब वह 17 साल के थे। ऑक्सफोर्ड से पढ़ाई कर चुके वांगचुक (31) की पत्नी उनसे 10 साल छोटी हैं। वे अभी लंदन के रेजेंट्स कॉलेज से पढ़ाई कर रही हैं।
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