-शीतांशु कुमार सहाय
हिंदी साहित्य जगत के मशहूर गीतकार और कवि गोपालदास नीरज को गुरुवार १९ जुलाई २०१८ की शाम दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया. 94 वर्षीय नीरज को फेफडों में संक्रमण की वजह से बीते मंगलवार की रात आगरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तबीयत में सुधार नहीं होने की वजह से उन्हें गुरुवार को आगरा से दिल्ली के एम्स में शिफ्ट किया गया, जहां शाम करीब 8 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.
नीरज के निधन ने हिंदी साहित्य और फिल्मी जगत में शोक की लहर दौड़ गई है. बड़े-बड़े साहित्याकार, फिल्मी दुनिया और कई राजनेताओं ने उन के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन के निधन पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि कवि गोपाल दास नीरज की प्रसिद्ध रचनाओं और गीतों को अनंत समय तक भुलाया न जा सकेगा.
नीरज को उन के गीतों के लिए भारत सरकार ने 'पद्मश्री' और 'पद्म भूषण' से सम्मानित किया था. उन्होंने हिंदी फिल्मों के लिए भी अनेक गीत लिखे और उन के लिखे गीत आज भी गुनगुनाए जाते हैं. हिंदी मंचों के प्रसिद्ध कवि नीरज को उत्तर प्रदेश सरकार ने यश भारती पुरस्कार से भी सम्मानित किया था.
हिंदी साहित्य जगत के मशहूर गीतकार और कवि गोपालदास नीरज को गुरुवार १९ जुलाई २०१८ की शाम दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया. 94 वर्षीय नीरज को फेफडों में संक्रमण की वजह से बीते मंगलवार की रात आगरा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तबीयत में सुधार नहीं होने की वजह से उन्हें गुरुवार को आगरा से दिल्ली के एम्स में शिफ्ट किया गया, जहां शाम करीब 8 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली.
नीरज के निधन ने हिंदी साहित्य और फिल्मी जगत में शोक की लहर दौड़ गई है. बड़े-बड़े साहित्याकार, फिल्मी दुनिया और कई राजनेताओं ने उन के निधन पर शोक व्यक्त किया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन के निधन पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि कवि गोपाल दास नीरज की प्रसिद्ध रचनाओं और गीतों को अनंत समय तक भुलाया न जा सकेगा.
नीरज को उन के गीतों के लिए भारत सरकार ने 'पद्मश्री' और 'पद्म भूषण' से सम्मानित किया था. उन्होंने हिंदी फिल्मों के लिए भी अनेक गीत लिखे और उन के लिखे गीत आज भी गुनगुनाए जाते हैं. हिंदी मंचों के प्रसिद्ध कवि नीरज को उत्तर प्रदेश सरकार ने यश भारती पुरस्कार से भी सम्मानित किया था.
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