निवेदन करता हूँ कि योग को आप
अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करें।
हाथ, हाथ की अँगुलियों, कलाई, केहुनी, कन्धा, गर्दन, आँख, मुँह, ओंठ और जबड़ों के यौगिक अभ्यास ज़रूर कीजिये और गैस्ट्रिक व जोड़ों के दर्द का अन्त तुरन्त कीजिये।
निवेदन करता हूँ कि योग को आप
अपनी दिनचर्या में अवश्य शामिल करें।
हाथ, हाथ की अँगुलियों, कलाई, केहुनी, कन्धा, गर्दन, आँख, मुँह, ओंठ और जबड़ों के यौगिक अभ्यास ज़रूर कीजिये और गैस्ट्रिक व जोड़ों के दर्द का अन्त तुरन्त कीजिये।
शरीर में 5 प्रकार के वायु निरन्तर प्रवाहित हो रहे हैं। ये वायु हैं- व्यान, समान, अपान, उदान और प्राण। इन्हें सम्मिलित रूप से ‘पञ्चवायु’ कहते हैं। इसी तरह शरीर में पाँच उपवायु के प्रवाह भी निरन्तर जारी हैं। पाँच उपवायु के नाम हैं- देवदत्त, वृकल, कूर्म, नाग और धनञ्जय। ये पाँच वायु और पाँच उपवायु शरीर के विभिन्न अंगों में फँस जाते हैं। अगर इन्हें मुक्त नहीं किया गया तो अंगों में दर्द या जोड़ों में दर्द होने लगते हैं। इसलिए स्वस्थ जीवन के लिए अंग संचालन के यौगिक अभ्यास अवश्य करना चाहिये। अंग संचालन के अभ्यास को वायुमुक्ति का अभ्यास भी कहते हैं।
पैर, पैर की अँगुलियों, घुटना, जाँघ और कमर के अभ्यास कैसे करने चाहिये, वीडियो देखकर सीखिये और कीजिये।
महिलाओं के खिलाफ अपराधों के मामलों में पुलिस की संवदेनहीनता अक्सर सामने आती रही है। एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी की शिकायतें खूब आती हैं। इसके अलावा मेडिकल टाइम पर न होना, जान-बूझकर केस को कमजोर बनाना, मामले को टालने की शिकायतें भी आम हैं। पुलिस अक्सर रेप के मामलों में जरूरी फोरेंसिक प्रक्रिया का पालन नहीं करती। इससे महत्वपूर्ण सबूत नष्ट हो जाते हैं और केस कमजोर हो जाता है। गृह मंत्रालय ने जिस तरह से अपनी एडवाइजरी में जांच प्रक्रिया पर जोर दिया है, उससे साफ है कि पुलिस की कार्यशैली से वह संतुष्ट नहीं है। इसलिए एडवाइजरी जारी करनी पड़ी
आंध्र प्रदेश पुलिस को १६,
अरुणाचल प्रदेश पुलिस को ४,
असम पुलिस को २१,
छत्तीसगढ़ पुलिस को १४,
गोवा पुलिस को १,
गुजरात पुलिस को १९,
हरियाणा पुलिस को १२,
हिमाचल प्रदेश पुलिस को ४,
झारखंड पुलिस को २४,
कर्नाटक पुलिस को १८,
केरल पुलिस को ६,
मध्य प्रदेश पुलिस को २०,
महाराष्ट्र पुलिस को ५८,
मणिपुर पुलिस को ७,
मिजोरम पुलिस को ३,
नगालैंड को १,
ओडिशा को १४,
पंजाब को १५,
राजस्थान को १८,
सिक्किम को २,
तमिलनाडु को २३,
तेलंगाना को १४,
त्रिपुरा को ६,
उत्तर प्रदेश पुलिस को १०२,
उत्तराखंड को ४,
पश्चिम बंगाल को २१,
अंडमान निकोबार पुलिस को २,
चंडीगढ़ पुलिस को १,
जम्मू-कश्मीर पुलिस को ९६,
दिल्ली पुलिस को ३५,
लक्षद्वीप पुलिस को २,
पुदुचेरी पुलिस को १,
असम राइफल्स को १०,
बीएसएफ को ५२,
सीआईएसएफ को २५,
सीआरपीएफ को ११८,
आईटीबीपी को १४,
एनएसजी को ४,
एसएसबी को १२,
आईबी को ३६,
सीबीआई को ३२ और
एसपीजी को ५ वीरता और सेवा पुरस्कार मिले हैं।
विदित हो कि इस साल यानी २०२० में २१५ वीरता यानी गैलेंटरी अवार्ड और ७११ सेवा यानी सर्विस एवार्ड बाँटे गये हैं।